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            कक्षा-10 पञ्चमः पाठः

        जननी तुल्यवत्सला (PART-1)

कश्चित् कृषकः बलीवाभ्यां क्षेत्रकर्षणं कुर्वन्नासीत् । तयोः बलीवर्दयोः एकः शरीरेण दुर्बलः जवेन गन्तुम - शक्तश्चासीत् । अतः कृषकः तं दुर्बल वृषभं तोदनेन नुद्यमानः अवर्तत । सः वृषभः हलमूढ्वा गन्तुमशक्तः क्षेत्रे पपात । क्रुद्धः कृषीवल : तमुत्थापयितुं बहुवारम् यत्नमकरोत् । तथापि वृषः नोत्थितः । भूमौ पतिते स्वपुत्रं दृष्ट्वा सर्वधेनूनां मातुः सुरभेः नेत्राभ्यामश्रूणि आविरासन् । सुरभेरिमामवस्थां दृष्ट्वा सुराधिपः तामपृच्छत्- “ अयि शुभे ! किमेवं रोदिषि ? उच्यताम् " इति । सा च । विनिपातो न वः कश्चिद् दृश्यते त्रिदशाधिपः । अहं तु पुत्रं शोचामि , तेन रोदिमि कौशिक !

शब्दार्थाः - क्षेत्रकर्षणम् ( क्षेत्रस्य कर्षणम् ) - खेत की जुताई । बलीवर्दाभ्याम् - बैलों से । जवेन - तीव्रगति से । नुद्यमानः  हाँका जाता हुआ । उढ्वा - वहन करके / उठाकर । पपात  - गिर गया । सुरभेरिमामवस्थाम् ( सुरभेः + इमाम् + अवस्थाम् ) - ( गाय / सुरभि की इस अवस्था को । त्रिदशाधिपः - ( त्रिदश + अधिप :) देवराज इन्द्र । कौशिक : - इन्द्र ।

हिन्दी अनुवाद - कोई किसान दो बैलों से खेत की जुताई कर रहा था । उन दोनों बैलों में से एक शरीर से कमजोर बैल तीव्र गति से चलने में असमर्थ था । अत : किसान उस दुर्बल बैल को कष्ट देते हुये हाँक रहा था । वह बैल हल को वहन करके चलने में असमर्थ होकर खेत में गिर गया । क्रोधित किसान ने उसे बहुत बार उठाने का प्रयत्ल किया । फिर भी बैल नहीं उठा । भूमि पर गिरे हुये अपने पुत्र को देखकर सभी गायों की माता सुरभि के नेत्रों से आँसू से आने लगे । सुरभि की इस अवस्था को देखकर देवराज ( इन्द्र ) ने उससे पूछा - अरे कल्याणकारिणी ! ऐसे क्यों रो रही हो ? ' बताओ ' । वह ( कहती है ) - हे देवराज इन्द्र । मुझसे किसी का कष्ट नहीं देखा जाता । मैं तो उस पुत्र ( वृषभ ) के लिए सोच रही हूँ । हे इन्द्र ! इसी कारण से मैं रो रही हूँ ।

अभ्यासप्रश्नाः

( 1 ) एकपदेन उत्तरत –

( i ) क्षेत्रकर्षणं कः करोति स्म ?

( ii ) : दुर्बलः आसीत् ?

( 2 ) पूर्णवाक्येन उत्तरत –

( i ) कुद्धः कृषीवल : किम् अकरोत् ?

( ii ) सुराधिपः सुरभिः किम् अपृच्छत् ?

( 3 ) यथानिर्देशम् उत्तरत –

( i ) ' इन्द्र ' इत्यस्य कि पर्यायपदम् अत्र प्रयुक्तम् ?

( ii ) ' पपात ' इतिक्रियापदस्य कर्तृपदं किमस्ति ?

( iii ) ' अहं शोचामि ' इत्यत्र ' अहं ' इति सर्वनामपदस्थाने संज्ञापदं लिखत । 

1 comments:

  1. Plz send class10 worksheet 13 14 15 solution

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