WORKSHEET-10 CLASS-X
1. आलस्यं हि मनुष्याणां शरीरस्थो महान्
रिपुः|
नास्त्युद्यमसमो
बन्धुः कृत्वा यं नावसीदति ||
हिंदी अर्थ – आलस्य मनुष्यों
के शरीर का सबसे बड़ा शत्रु है। उद्यम(मेहनत) के समान कोई भाई नही है, जिसे करके(मेहनत को करके) किसी प्रकार का दुख नही होता।
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1. मनुष्याणां शरीरस्थ: महान् रिपुः कः ?
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2. केन सम: बन्धुः न अस्ति ?
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3. कं कृत्वा नरः न अवसीदति ?
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4. मित्रं इति पदस्य विपरीतार्थकम् पदं किम् ?
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5. ‘यं’ इति सर्वनाम पदं कस्मै
प्रयुक्तम् ?
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6. ‘दुखं अनुभवति” इत्यर्थे किं पदं
प्रयुक्तम् ?
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7. “महान्” इति पदस्य विशेष्यपदं किम् ?
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8. “नावसीदति” इति क्रियापदस्य कर्तृपदं
किम ?
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9. ‘परिश्रम:’ इत्यर्थे किम पदं प्रयुक्तम
?
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10. ‘उद्यम’ इति पदस्य विपर्यय पदं
पद्यान्शे किमस्ति ?
2. गुणी गुणं वेत्ति न वेत्ति निर्गुणो, बली बलं वेत्ति न
वेत्ति निर्बलः
पिको वसन्तस्य गुणं
न वायसः, करी च सिंहस्य बलं न मूषकः
हिंदी अर्थ –
गुणवान व्यक्ति गुण को जनता है, निर्गुण
व्यक्ति नही जानता। बलवान व्यक्ति बल को जनता है, निर्बल वयक्ति
बल को नही जानता। कोयल वसन्त के गुण को जानती है, कौआ नही जानता।
हाथी सिंह के बल को जनता है, चूहा नही जानता।
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1. निर्गुणः किम् न वेत्ति?
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2. कीदृशः जनः गुणः जानाति?
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3. कीदृशः जनः गुणं न जानाति?
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4. पिकः किम् जानाति वायसः च किम् न?
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5. सिंहस्य बलं कः वेत्ति?
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6. ' काकः ' इति पदस्य समनार्थकं
पदं किम्?
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7. ' बली ' इति पदस्य विलोम्
पदं किम्?
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8. ' गजः ' इत्यर्थे किम् पदं
पद्यांशे प्रयुक्तं?
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9. ' जानाति ' इति पदस्य
पर्यायपदम् किम् आगतः?
September 18, 2020 9:08 am
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